तमिलनाडु के रामेश्वरम में नया Pamban Vertical Lift Railway Bridge भारतीय रेलवे की अद्भुत इंजीनियरिंग क्षमता का प्रतीक है। ये पुल, जो Bharat का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज है, आधुनिक तकनीक और उत्कृष्ट डिजाइन का बेजोड़ उदाहरण प्रस्तुत करता है।
पुल की विशेषताएं
ये नया ब्रिज पुराने पंबन ब्रिज के समानांतर बनाया गया है और इसकी लंबाई 2.07 KM है। इसमें एक 72 मीटर (236 फीट) लंबा वर्टिकल लिफ्टिंग सेक्शन शामिल है, जो इसे अपनी तरह का अनूठा बनाता है। खास बात ये है कि पुल का बीच का हिस्सा पारंपरिक रूप से खुलने के बजाय लिफ्ट की तरह ऊपर उठता है, जिससे समुद्री जहाजों के गुजरने का रास्ता बनता है।
#WATCH तमिलनाडु: रामेश्वरम का पंबन वर्टिकल लिफ्ट रेलवे ब्रिज।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 28, 2024
नया पुल पुराने पंबन ब्रिज के समानांतर बनाया गया है, जिसकी लंबाई 2.07 किमी (1.29 मील) है और इसमें 72 मीटर (236 फीट) वर्टिकल लिफ्टिंग सेक्शन शामिल है। यह भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट समुद्री पुल है। pic.twitter.com/T4rseNYhBa
तकनीकी डिज़ाइन और निर्माण
इस पुल में 19.3 मीटर के 100 स्पैन और 63 मीटर का एक विशेष नेविगेशनल स्पैन शामिल है। इसे अंतरराष्ट्रीय कंसल्टेंट TYPSA ने भारतीय और यूरोपीय मानकों के अनुरूप डिजाइन किया है। ये परियोजना रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) द्वारा पूरी की गई है।
महत्व और कनेक्टिविटी
पंबन ब्रिज मुख्य भूमि के मंडपम को पंबन द्वीप और रामेश्वरम से जोड़ता है। ये पुल न केवल तमिलनाडु के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए एक महत्वपूर्ण संरचना है, जो रेलवे और समुद्री यातायात दोनों के लिए उपयोगी है।
विश्व में दूसरा ऐसा पुल
ये वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज भारत में अपनी तरह का पहला और दुनिया में दूसरा पुल है, जो इस तरह की उन्नत तकनीक का उपयोग करता है। इसकी निर्माण प्रक्रिया और डिजाइन भारतीय रेलवे के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ है।
नया युग शुरू
ये ब्रिज न केवल एक ऐतिहासिक संरचना है, बल्कि ये भारतीय रेलवे को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के नए युग में ले जाने वाला कदम है। यात्रियों के लिए ये पुल अधिक सुगम, सुरक्षित और आधुनिक अनुभव प्रदान करेगा। पंबन वर्टिकल लिफ्ट ब्रिज ने भारतीय रेलवे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दी है और देश के इंजीनियरिंग कौशल का प्रदर्शन किया है।