जम्मू-कश्मीर में सेना की गाड़ी पर गोलीबारी, वजह जानकर उड़ जाएंगे होश

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जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के सुंदरबनी सेक्टर में सेना के एक वाहन पर फायरिंग की खबर के बाद अब नए खुलासे सामने आ रहे हैं। शुरुआती जांच में ये स्पष्ट हुआ है कि ये कोई आतंकी हमला नहीं था, बल्कि एक्सीडेंटल फायरिंग का मामला हो सकता है। सेना के मूवमेंट के दौरान ये घटना घटी। हालांकि, इस पर अब तक सेना के किसी अधिकारी का आधिकारिक बयान नहीं आया है।

पहले आतंकी हमले की खबर आई थी

इससे पहले कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और सूत्रों के हवाले से ये दावा किया गया था कि सुंदरबनी सेक्टर में दोपहर करीब 12:45 बजे सेना की गाड़ी पर 4 से 5 राउंड फायरिंग की गई। बताया गया कि हमलावर इस घटना को अंजाम देकर तुरंत वहां से फरार हो गए।

हालांकि, इस घटना में किसी के घायल होने या हताहत होने की खबर नहीं थी। इसके बाद सेना ने पूरे इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया था और संदिग्ध आतंकियों की तलाश की जा रही थी।

एलओसी से सटा इलाका, पहले से चल रहा था सर्च ऑपरेशन

जहां ये घटना घटी, वो क्षेत्र लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) से सटा हुआ है। यह एक संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है, जहां सेना पहले से ही सर्च ऑपरेशन चला रही थी। इसी दौरान सेना के वाहन पर फायरिंग की घटना सामने आई।

पहले माना जा रहा था कि ये हमला पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की तरफ से किया गया है, लेकिन अब जांच में एक्सीडेंटल फायरिंग की बात सामने आई है।

सेना की ओर से अभी तक इस घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। इलाके की संवेदनशीलता को देखते हुए वहां फिलहाल पुलिस को जाने की अनुमति नहीं दी गई है। सेना खुद ही पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान चला रही है। पूरे इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटा जा सके।

केवल एक तरफ से हुई थी फायरिंग

खबरों के अनुसार, फायरिंग केवल एक ही दिशा से हुई थी और हमलावर तुरंत भाग गए। इसकी वजह से सेना के जवानों को जवाबी कार्रवाई का मौका नहीं मिला। हालांकि, अब जब शुरुआती जांच में एक्सीडेंटल फायरिंग की बात सामने आई है, तो पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है ताकि किसी भी तरह की भ्रम की स्थिति को दूर किया जा सके।

7 फरवरी को भारतीय सेना ने मार गिराए थे 7 घुसपैठिए

ये घटना ऐसे समय में सामने आई है जब हाल ही में भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में पाकिस्तान से घुसपैठ की कोशिश कर रहे 7 घुसपैठियों को मार गिराया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, मारे गए घुसपैठियों में 2-3 पाकिस्तानी सेना के जवान भी शामिल थे, जबकि बाकी आतंकी संगठन अल-बद्र से जुड़े हो सकते हैं। अल-बद्र पाकिस्तान समर्थित एक आतंकी संगठन है, जो भारतीय क्षेत्र में अशांति फैलाने की कोशिश करता रहता है।

सेना की सतर्कता और सुरक्षा

भारतीय सेना की सतर्कता और सुरक्षा की बदौलत सीमा पर घुसपैठियों की कोशिशें लगातार नाकाम हो रही हैं। आतंकियों की हर हरकत पर कड़ी नजर रखी जा रही है और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह मुस्तैद हैं। सेना का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है ताकि किसी भी संभावित खतरे को समय रहते रोका जा सके।

राजौरी में सेना के वाहन पर फायरिंग की खबरों ने पहले आतंकी हमले की आशंका पैदा कर दी थी, लेकिन शुरुआती जांच में इसे एक्सीडेंटल फायरिंग करार दिया जा रहा है। हालांकि, इस मामले पर सेना की आधिकारिक प्रतिक्रिया अभी आना बाकी है। फिर भी, सेना की सतर्कता के चलते इलाके में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोका जा सके।

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