FBI के नए डायरेक्टर काश पटेल कौन हैं ?, ट्रंप ने क्यों दिया मौका ?

Kash Patel oath HCN News.jpg
Facebook
X
LinkedIn
WhatsApp

Kash Patel Biography: अमेरिका की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) को नया निदेशक मिल गया है। भारतीय मूल के काश पटेल (Kash Patel) को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस महत्वपूर्ण पद के लिए नामित किया था, जिसे सीनेट से मंजूरी मिल गई है। खास बात यह है कि उन्होंने भगवद गीता पर हाथ रखकर शपथ ली, जो भारतीय समुदाय के लिए गर्व की बात है।

कौन हैं काश पटेल?

काश पटेल एक भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा, खुफिया और कानून प्रवर्तन से जुड़े मामलों के विशेषज्ञ माने जाते हैं। वे पहले भी कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं, जिसमें नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल (NSC) के सीनियर डायरेक्टर और पेंटागन में चीफ ऑफ स्टाफ के पद शामिल हैं।

शिक्षा और प्रारंभिक जीवन

  • काश पटेल के माता-पिता भारत से अमेरिका आए थे।
  • उन्होंने न्याय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की पढ़ाई की है।
  • यूनिवर्सिटी ऑफ रिचमंड और होफ्स्ट्रा यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की।
  • अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) और हाउस इंटेलिजेंस कमेटी में भी सेवाएं दीं।

FBI में उनकी नियुक्ति क्यों खास है?

FBI दुनिया की सबसे ताकतवर खुफिया और सुरक्षा एजेंसी मानी जाती है। इसके डायरेक्टर का पद बेहद महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस एजेंसी की जिम्मेदारी आंतरिक सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी अभियानों, साइबर क्राइम और संगठित अपराधों से निपटने की होती है।

काश पटेल की नियुक्ति इसलिए भी चर्चा में रही क्योंकि वे FBI की कार्यशैली के बड़े आलोचक रहे हैं। उनके विचारों को लेकर अमेरिकी डेमोक्रेट सांसदों ने विरोध जताया, लेकिन आखिरकार उन्हें 51-49 वोटों से सीनेट की मंजूरी मिल गई।

भगवद गीता पर शपथ लेकर रचा इतिहास

काश पटेल ने शपथ ग्रहण समारोह के दौरान “भगवद गीता” पर हाथ रखकर शपथ ली, जो भारतीय मूल के लोगों के लिए गर्व का विषय बना। उन्होंने इस दौरान कहा,

“मैं अमेरिकी सपने को जी रहा हूं। पहली पीढ़ी का भारतीय होने के नाते मुझे गर्व है कि मैं दुनिया की सबसे ताकतवर कानून प्रवर्तन एजेंसी का नेतृत्व कर रहा हूं। ऐसा कहीं और संभव नहीं हो सकता।”

ट्रंप के करीबी और आलोचकों के निशाने पर

काश पटेल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का करीबी माना जाता है। वे रूस और ट्रंप की कथित साठगांठ की जांच में भी अहम भूमिका निभा चुके हैं। उनके आलोचक मानते हैं कि वे FBI के राजनीतिकरण को बढ़ावा दे सकते हैं, लेकिन पटेल ने इस आरोप को खारिज कर दिया।

FBI को कैसे लीड करेंगे काश पटेल?

बतौर FBI डायरेक्टर, काश पटेल के सामने कई चुनौतियां होंगी:

  1. आंतरिक सुरक्षा मजबूत करना
  2. साइबर क्राइम और डेटा सिक्योरिटी को लेकर सख्त नीतियां लागू करना
  3. अमेरिका में बढ़ते आतंकवादी खतरे को रोकना
  4. FBI की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना

डेमोक्रेट्स का विरोध और सीनेट की मंजूरी

काश पटेल की नियुक्ति को लेकर अमेरिकी डेमोक्रेटिक पार्टी ने विरोध जताया था। उनका कहना था कि पटेल ट्रंप के इशारों पर काम करेंगे और उनके राजनीतिक विरोधियों को टारगेट करेंगे। लेकिन सीनेट में हुए मतदान में 51-49 के अंतर से उनकी नियुक्ति को मंजूरी मिल गई।

काश पटेल भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं जो FBI के डायरेक्टर बने हैं। उनकी यह उपलब्धि भारतीय समुदाय के लिए गर्व की बात है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि वे FBI की छवि सुधारने और इसे और मजबूत बनाने के लिए क्या कदम उठाते हैं।

Related Posts