आज कांग्रेस के नए मुख्यालय का उद्घाटन हुआ। इस नए भवन में नेता प्रतिपक्ष Rahul Gandhi के पहले ही भाषण पर हंगामा हो गया है। इस दौरान राहुल गांधी ने BJP और RSS पर तीखा हमला किया। राहुल गांधी ने कहा कि दोनों संगठनों ने देश की सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब सिर्फ BJP और RSS से नहीं, बल्कि इंडियन स्टेट से भी लड़ाई लड़ रही है।
राहुल गांधी के इसी बयान पर हंगामा हो गया है। राहुल गांधी के ताजा बयान पर BJP ने जोरदार हमला किया है। BJP ने राहुल गांधी के इस बयान को देश विरोधी बताया है। बीजेपी ने इसे ‘भारत-विरोधी मानसिकता’ करार दिया है, वहीं कांग्रेस इसे संस्थागत कब्जे के खिलाफ लड़ाई बता रही है।
#WATCH दिल्ली: वीडियो कांग्रेस के नए मुख्यालय 'इंदिरा गांधी भवन' का है। pic.twitter.com/7W3zoWXbCa
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 15, 2025
BJP का पलटवार
BJP अध्यक्ष JP Nadda ने सोशल मीडिया पर लिखा, “राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि वे भारत से लड़ रहे हैं।” नड्डा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी और कांग्रेस का उद्देश्य भारत को कमजोर करना है।
नड्डा ने कहा, “कांग्रेस का गंदा सच खुद उनके नेता ने उजागर कर दिया है। राहुल गांधी की बातों से साफ है कि वे भारत सरकार और उसकी संस्थाओं को कमजोर करना चाहते हैं। यह कांग्रेस की पुरानी परंपरा रही है कि वे देशविरोधी ताकतों को बढ़ावा देते हैं।”
राहुल गांधी ने उठाए कई मुद्दे
भागवत के बयान को बताया देशद्रोह
राहुल गांधी ने RSS प्रमुख Mohan Bhagwat के बयान पर तीखा हमला करते हुए कहा, “भागवत का ये कहना कि 1947 में भारत को सच्ची आजादी नहीं मिली थी, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और हर भारतीय नागरिक का अपमान है।”
Mohan Bhagwat has the audacity to say India didn’t win independence in 1947
— Congress (@INCIndia) January 15, 2025
He is stating that the fight against the British was invalid and so is the Constitution.
This is actually treason. In any other country he would be arrested and tried.
To say that India didn't get… pic.twitter.com/SNOCY0tS7c
राहुल ने कहा कि भागवत का बयान संविधान पर सीधा हमला है। “भागवत के बयान का मतलब है कि संविधान का कोई औचित्य नहीं है। अगर वे किसी और देश में ऐसे बयान देते, तो गिरफ्तार हो जाते,”
आजादी की लड़ाई को महत्वहीन बताने का आरोप
राहुल ने भागवत पर आरोप लगाया कि उनके अनुसार, “अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई का कोई महत्व नहीं है।”
रामलला प्राण प्रतिष्ठा और आजादी का विवाद
भागवत ने 13 जनवरी को इंदौर में कहा था कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का दिन ‘सच्ची आजादी’ के रूप में मनाया जाना चाहिए। इस पर राहुल ने कहा, “ये बयान हमारे स्वतंत्रता आंदोलन और संविधान के प्रति उनके नकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।”