PM Modi France Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी AI एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करने के लिए फ्रांस के लिए रवाना हो गए हैं। इस समिट में वे भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ भारत-फ्रांस संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा करेंगे।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी मार्सिले में भारत के पहले वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे और अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर (ITER) परियोजना का दौरा भी करेंगे। इस यात्रा से भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक सहयोग को नई ऊंचाइयां मिलने की उम्मीद है।
#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी AI एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करने के लिए फ्रांस रवाना हुए।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 10, 2025
फ्रांस से, प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निमंत्रण पर संयुक्त राज्य अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे। pic.twitter.com/rp5GX3MBNk
फ्रांस के बाद, पीएम मोदी अमेरिका जाएंगे
फ्रांस की यात्रा के बाद प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के निमंत्रण पर संयुक्त राज्य अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे। इस दौरान वे विभिन्न उच्च-स्तरीय बैठकों में भाग लेंगे और भारत-अमेरिका संबंधों को और गहरा करने पर चर्चा करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा,
“मैं अगले कुछ दिनों में फ्रांस और अमेरिका में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लूंगा। AI एक्शन समिट में भारत सह-अध्यक्ष के रूप में भाग लेगा, और राष्ट्रपति मैक्रों के साथ हमारी द्विपक्षीय साझेदारी को और मजबूत करेंगे।”
Over the next few days, I will be in France and USA to take part in various programmes.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 10, 2025
In France, I will be taking part in the AI Action Summit, where India is the co-chair. I will be holding talks with President @EmmanuelMacron towards strengthening India-France relations. We…
विदेश मंत्रालय का बयान
विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया,
“भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति मैक्रों के साथ AI एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करने के लिए पेरिस के लिए रवाना हुए हैं। दोनों नेता द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे और कई संयुक्त कार्यक्रमों में भाग लेंगे।”
प्रधानमंत्री की इस यात्रा से भारत-फ्रांस और भारत-अमेरिका संबंधों को नई दिशा मिलने की संभावना है।