Dr. Manmohan Singh का प्रधानमंत्री कार्यकाल (2004-2014) जहां एक ओर आर्थिक प्रगति और नीतिगत सुधारों के लिए जाना जाता है, वहीं दूसरी ओर ये घोटालों और भ्रष्टाचार के आरोपों से भी घिरा रहा। Scams ने उनकी सरकार की Credibility को काफी हद तक प्रभावित किया और उनकी Leadership पर सवाल खड़े किए।
2जी स्पेक्ट्रम घोटाला – 1.76 लाख करोड़ का नुकसान
2G Spectrum Scam Telecom Sector में हुआ, जिसमें नीलामी के बजाय First-Come-First-Serve आधार पर स्पेक्ट्रम आवंटित किया गया। तत्कालीन दूरसंचार मंत्री A. Raja पर आरोप लगे कि उन्होंने नीलामी में गड़बड़ी कर सरकार को भारी नुकसान पहुंचाया। इस घोटाले ने भारतीय राजनीति में Transparency और Accountability पर गंभीर सवाल खड़े किए।
कोलगेट घोटाला (Coal Allocation Scam) – 1.86 लाख करोड़ का नुकसान
कोयला खदानों के आवंटन में अनियमितताओं से जुड़े इस घोटाले में सीएजी (CAG) ने सरकार पर बिना नीलामी के खदानों के आवंटन का आरोप लगाया। ये मुद्दा विपक्ष के लिए सरकार को घेरने का बड़ा कारण बना।
कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG) घोटाला – 70,000 करोड़ का नुकसान
2010 में दिल्ली में आयोजित हुए Commonwealth Games के दौरान स्टेडियम निर्माण, ठेके और बाकी काम में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। तत्कालीन आयोजन समिति के प्रमुख सुरेश कलमाड़ी इस मामले में मुख्य आरोपी बने।
अगस्तावेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील – 3,600 करोड़ का नुकसान
भारतीय वायुसेना के लिए हेलीकॉप्टर खरीद में कमीशन और रिश्वतखोरी के आरोप लगे। इस मामले ने Defence Procurement में पारदर्शिता पर सवाल उठाए।
आदर्श सोसायटी घोटाला (Adarsh Society Scam)
मुंबई के कोलाबा में सैनिकों और उनके परिवारों के लिए बनाई गई इस सोसाइटी में नेताओं और अधिकारियों द्वारा Flats का गलत आवंटन हुआ। इस मामले में महाराष्ट्र के कई बड़े नेताओं पर आरोप लगे।
मनमोहन सरकार पर प्रभाव
इन घोटालों ने न केवल UPA Government की साख को बुरी तरह प्रभावित किया, बल्कि 2014 के आम चुनाव में कांग्रेस की हार की एक बड़ी वजह भी बने। हालांकि, डॉ. मनमोहन सिंह को व्यक्तिगत रूप से ईमानदार माना गया, लेकिन उनकी सरकार पर “Policy Paralysis” और Weak Leadership के आरोप लगे।
मनमोहन सरकार के घोटाले भारतीय राजनीति में भ्रष्टाचार के गंभीर उदाहरण बन गए। इन घटनाओं ने ये स्पष्ट किया कि सिर्फ आर्थिक विकास ही नहीं, बल्कि Governance और Transparency भी एक सफल सरकार की पहचान होनी चाहिए।