किसान आंदोलन ते बाद क्यों बंद हुए राजस्थान के पेट्रोल पंप?
पंजाब-हरियाणा की सीमाओं पर किसान आंदोलन और ट्रेन चक्का जाम प्रदर्शन के के बीच अब राजस्थान के पेट्रोल पंप संचालकों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. Amidst the farmer agitation and train chakka jam demonstration on the borders of Punjab-Haryana, petrol pump operators of Rajasthan have now opened a front against the government with their demands.
पंजाब-हरियाणा की सीमाओं पर किसान आंदोलन और ट्रेन चक्का जाम प्रदर्शन के के बीच अब राजस्थान के पेट्रोल पंप संचालकों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. राजस्थान में 10 से 12 मार्च को पेट्रोल पंप संचालकों ने हड़ताल का ऐलान किया है. हड़ताल के चलते राजधानी जयपुर में पेट्रोल पंप को बंद कर दिया गया देखे गए. और वहीं पेट्रोल और डीजल नहीं मिलने से वाहन चालकों को कई परेशानियों का सामना करना पङ रहा है.
क्या कहते है पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष?
राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि वैट में कटौती और डीलर्स के कमीशन में बढ़ोतरी को लेकर राज्य सरकार से आर-पार की लड़ाई में 2 दिन तक पेट्रोल पंप बंद रहेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वेट कम करने की गारंटी दी थी, लेकिन आज तक कोई निर्णय नहीं हुआ. इसके चलते पड़ोसी राज्यों के मुलाबले राजस्थान में सबसे महंगा पेट्रोल डीजल मिल रहा है.
#WATCH | On petrol pumps across Rajasthan to remain closed tomorrow, Treasurer of Rajasthan Petrol Dealers Association Sandeep Bageria says, "Rajasthan Petrol Dealers Association has announced a "No Purchase No Sale" strike from 6 AM for the next 48 hours. The aim is to draw the… pic.twitter.com/aEyM9bpekO
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) March 9, 2024
10 मार्च को सुबह 6 बजे से 12 मार्च सुबह 6 बजे तक पेट्रोल पंप बंद रखे जाएंगे और 11 मार्च को सचिवालय का घेराव भी किया जाएगा. पेट्रोल और डीजल पर लगाए गए मूल्य वर्धित कर (वैट) में कटौती की मांग को लेकर राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की दो दिवसीय हड़ताल चल रही है. इस कारण से जयपुर के पेट्रोल पंप बंद पड़े हैं.
कैसे तय होता है वैट?
दरअसल केंद्र सरकार पूरे देश में एक जैसा ही टैक्स लगाती है, लेकिन उस सामान की कीमत हर राज्य के अनुसार अलग-अलग होती है. पेट्रोल-डीजल की बात करें तो मान लीजिए केंद्र सरकार उस पर 10 रुपये का वैट टैक्स लगाती है तो यह 10 रुपए का वैट टैक्स केंद्र सरकार के द्वारा हर राज्य पर एक जैसा ही होगा.
राजस्थान में पेट्रोल क्यों महंगा है?
पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर राज्य सरकार अलग-अलग दर से वैट और सेस चार्जेस लगाती हैं. इसी के चलते राज्यों में पेट्रोल और डीजल की कीमत में अंतर देखने को मिलता है. वहीं राजस्थान सबसे ज्यादा वैट और सेस लगाने वाले राज्यों में शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में पेट्रोल पर करीब 31.04 फीसदी वैट लगाया जाता और 1.5 रुपये प्रति लीटर रोड डेवलपमेंट सेस भी लागू होता है. इसी तरह डीजल 19.30 प्रतिशत वैट और 1.75 रुपये प्रति लीटर सेस लगाया जाता है.