हरियाणा मंत्रिमंडल का जातीय गणित; जानें किस जाति के कितने नेता बने मंत्री
हरियाणा में नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। इसके साथ ही कई मंत्रियों ने भी शपथ ली है। यहां हम उनके मंत्रिमंडल का जातीय गणित समझा रहे हैं।
नायब सिंह सैनी ने लगातार दूसरी बार हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। पीएम मोदी की मौजूदगी में आयोजित इस कार्यक्रम में कई मंत्रियों ने भी शपथ ली है। बीजेपी ने चुनाव से पहले ही पिछली सरकार में मंत्री रहे कुछ नेताओं का टिकट काट दिया था। हालांकि, कुछ नेता अपना मंत्रीपद बचाने में सफल रहे हैं। वहीं, सैनी के मंत्रीमंडल में कई नए चेहरों की भी एंट्री हुई है। इस दौरान जातिगत समीकरण साधने पर भी जोर दिया गया है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि गैर जाट वोटों के दम पर बीजेपी लगातार तीसरी बार सत्ता में आने में सफल रही है। हालांकि, कई जाट बहुल सीटों पर भी भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली है। इससे साफ ही पार्टी ने जातिगत समीकरण को सही तरीके से साधा है। कुछ ऐसा ही नायब सिंह सैनी के नए मंत्रिमंडल में भी देखने को मिल रहा है। यहां हम बता रहे हैं कि मंत्रिमंडल में किस जाति से कितने मंत्री हैं।
किस जाति से कितने मंत्री
नायब सिंह सैनी ने मंत्रिमंडल में ओबीसी समुदाय से दो नेताओं को मंत्री बनाया गया है। सीएम सैनी खुद ओबीसी समुदाय से हैं। उनके अलावा रणबीर गंगवा इसी समुदाय के हैं। अनिल विज मंत्रिमंडल में एकमात्र पंजाबी हैं। किशन लाल पंवार और कृष्ण कुमार बेदी एससी समुदाय से हैं। जाट समुदाय से महिपाल ढांडा और श्रुति चौधरी को मंत्री बनाया गया है। यादव समुदाय से राव नरवीर और आरती राव मंत्री बने हैं। अरविंद शर्मा और गौरव गौतम ब्राह्मण समुदाय के मंत्री हैं। श्याम सिंह राणा राजपूत, राजेश नागर गुर्जर और विपुल गोयल वैश्य समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं।
सैनी मंत्रिमंडल में सिर्फ दो महिलाओं को जगह मिली है। श्रुति चौधरी और आरवी राव सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल दो महिलाएं हैं।