महिंद्रा समूह के चेयरमैन Anand Mahindra ने शनिवार (11 दिसंबर) को एक अहम बयान में कहा कि काम की गुणवत्ता (quality) पर ध्यान दिया जाना चाहिए, न कि उसकी मात्रा पर। उन्होंने कहा, “भले ही आप 10 घंटे काम करें, लेकिन इन 10 घंटों में आप दुनिया बदल सकते हैं।”
L&T के चेयरमैन की टिप्पणी और नई बहस
लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के चेयरमैन एस.एन. सुब्रह्मण्यन ने हाल ही में हफ्ते में 90 घंटे काम करने की बात कही थी। उन्होंने सुझाव दिया था कि कर्मचारी रविवार को भी काम करें। इस पर विवाद खड़ा हुआ, क्योंकि उन्होंने कहा था, “आप अपनी पत्नी को कितनी देर तक निहार सकते हैं।”
आनंद महिंद्रा ने इस बहस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “ये बहस गलत दिशा में जा रही है। ये काम की मात्रा के बारे में है, जबकि ध्यान गुणवत्ता पर होना चाहिए। 40 घंटे काम करें या 90 घंटे, बात ये है कि आप क्या परिणाम दे रहे हैं।”
परिवार और समय प्रबंधन का महत्व
महिंद्रा ने जोर देकर कहा कि परिवार और मित्रों के साथ समय बिताना जरूरी है। उन्होंने कहा, “अगर आप घर पर या दोस्तों के साथ समय नहीं बिता रहे, चिंतन का समय नहीं निकाल रहे, तो आप सही निर्णय कैसे लेंगे?”
महिंद्रा ने अपनी कंपनी का उदाहरण देते हुए कहा, “हमें समझना होगा कि ग्राहक कार में क्या चाहता है। अगर हम परिवारों के साथ समय नहीं बिताएंगे, तो ये कैसे समझेंगे कि लोग किस तरह की कार पसंद करते हैं?”
सोशल मीडिया: एक बिजनेस टूल
सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता को लेकर उन्होंने कहा, “लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं सोशल मीडिया पर इतना समय कैसे बिताता हूं। मैं यहां दोस्तों के लिए नहीं हूं, बल्कि feedback लेने के लिए हूं। सोशल मीडिया एक बेहतरीन बिजनेस टूल है, जिससे मुझे करोड़ों लोगों से सुझाव मिलते हैं।”